➤ शाही शैली
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* इस शैली का विकास गुलाम वंश से लोदी वंश के काल में हुआ था।
* समय अवधि :- 1192 से 1557 तक
➤गुलाम वंश :-
⧭कुतुबुद्दीन ऐबक
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(1) कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद
भारत में निर्मित पहला मस्जिद
इसका निर्माण रायपिथोरा के किले के स्थल में हुआ
'इंडो-इस्लामिक शैली ' में निर्मित स्थापत्य कला का पहला उदाहरण।
(2) कुतुबमीनार
* ऐबक द्वारा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की याद में
* 1192 प्रारम्भ एंव 1232 में इल्तुतमिश ने पूर्ण किया।
* इस इमारत में कुरान की आयतें लिखी है।
(3) अढ़ाई दिन का झोपड़ा
* अजमेर(राजस्थान) में है
* यह एक मस्जिद है।
* यह मस्जिद 1192 बननी शुरू हुई और 1198 में पूर्ण
* इस मस्जिद का निर्माण एक संस्कृत विश्वविद्यालय के अवशेषों से निर्मित है जो हिन्दू एंव जैन मंदिर के अवशेष से बना था
* यह भारत में सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक
⧭इल्तुतमिश
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* मकबरा निर्माण शैली का जन्मदाता इल्तुतमिश को माना जाता है।
*अपने पुत्र नासिरूद्दीन महमूद की याद में 1231 में सुल्तानगढी का मकबरा बनवाया था , अष्टकोणीय , सल्तनतकालीन पहला मकबरा
* बदायूँ में जामा मस्जिद, नागौर में अतारकिन का दरवाजा , हौज-ए-शम्सी का निर्माण।
⧭ बलबन
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* लाल महल नाम से अपना मकबरा बनवाया। शुद्ध इस्लामिक शैली का पहला मकबरा। मेहराब का पहली बार वास्तविक प्रयोग।
➤खिलजी वंश
⧭अलाउद्दीन खिलजी
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* सीरी महल
* हजार स्तम्भों वाला महल
* अलाई दरवाजा (1310-11 ) का निर्माण , जिसमे पहली बार वैज्ञानिक पद्धति का प्रयोग किया गया था।
* सीरी के किले के पास ही उसने हौज-ए- अलाई और हौज-ए-खास का भी निर्माण करवाया था।
➤तुगलक वंश
* ग्यासुद्दीन तुगलक ने तीसरी दिल्ली के नाम से तुगलकाबाद नगर बनवाया, जिसमे 52 दरवाजे थे।
* मुहम्मद बिन तुगलक ने दिल्ली के पास जहांपना नगर तथा तुगलकाबाद के पास आदिलाबाद का किला बनवाया।
* फिरोजशाह तुगलक के काल में फिरोजाबाद जिसे कोटला फिरोजशाह भी कहा जाता है, का निर्माण किया इसे पांचवी दिल्ली के नाम से भी जाना जाता है।
* फिरोजशाह ने दिल्ली में पहला अष्टभुजाकार मकबरा खान-ए-जहां तिलांगनी का मकबरा बनवाया।
* फिरोजशाह ने काली मस्जिद,खिरकी मस्जिद,काबा मस्जिद,निजामुद्दीन औलिया की दरगाह तथा जौनपुर नामक नगर की स्थापना की।
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